अज़नबी शहर के अज़नबी रास्ते
मेरी तनहाई पर मुस्कुराते रहे
मैं बहुत दूर तक बस यूं ही चलता रहा
तुम बहुत दूर तक याद आते रहे
ज़हर मिलता रहा और जाम हम पीते रहे
रोज़ ही मरते रहे और रोज़ ही जीते रहे
ज़िन्दगी भी हमें आजमाती रही
एक दिन ऐसा हुआ कि
मैं ज़रा सा थक गया
थक के सोचा बैठ लूं मैं
एक किनारे पर कहीं
उसी किनारे पर पेड़ की कुछ पत्तियाँ
जाने क्या थी कह रहीं
उन बातों को सुनकर भी मैं
सबकुछ अनसुना सा कर गया
ज़ख्म भी भरते रहे और
मैं यूं ही चलता रहा
*****************************
मैं यूं ही चलता रहा और
बस यूं ही चलता रहा
(हो सकता है इस ग़ज़ल की कुछ पंक्तियाँ "राही मासूम रज़ा" की लिखी हुई हो सकती हैं... या फिर पूरा ग़ज़ल ही उनका है... इसे अपने ब्लॉग पर लिखते वक़्त मुझे इसके रचनाकार का नाम नहीं मालूम था, उन तमाम टिप्पणीकारों का शुक्रिया जिन्होंने इसके रचयिता का नाम मुझे बताया... )
9 Responzes:
bahut khoob.........
ye chalte rahne ka jazba hi khaas hai
baki aur kya hamaare paas hai
achhi kavita !
abhinandan !
बहुत बेहतरीन...वाह!
Oye Tussi Kitna Badhia Likhte ho yaar... Mujhe Coaching Doge kya... Pleaze, Pleaze Na mat karna Pyare RAMJI...
अजी गौतम बाबू,
मेरी तनहाई पर मुस्कुराते रहे
मैं बहुत दूर तक बस यूं ही चलता रहा
तुम बहुत दूर तक याद आते रहे
ज़हर मिलता रहा और जाम हम पीते रहे
रोज़ ही मरते रहे और रोज़ ही जीते रहे
ज़िन्दगी भी हमें आजमाती रही
इसके बाद यह है जी:
और हम भी उसे आज़माते रहे।
अरे भैया जिन शायर का ये कलाम है कम-अज़-कम उनका आभार तो व्यक्त कर देते। अब हमसे ये ना कहना कि आपका ही है, हा हा। क्योंकि,
ये जो पब्लिक है ये सब जानती है।
http://notestomyself.wordpress.com/2006/11/25/ajnabi-shehar-ke-ajnabi-raste-by-salman-alvi/
http://www.youtube.com/watch?v=COeFX8VEoGg
राही मासूम राजा की यह ग़ज़ल links पर पढ़ी और सुनी भी जा सकती है ...!!
बेचारा राही मासूम रज़ा...कूद ही न गया हो छत से...:)
Sahab Vaise Mujhe Maloom nahi tha ki ye panktiyan Kinki hain... Aur vaise bhi maine ye kahin padhi thi. Achchhi lagi islie blog par likh baitha... Kshama Chahunga...
Regards
Ram K Gautam
panktiya kisi ki bhi ho lekin aapki prastuti bahut sundar lagi...
★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★
श्रेष्ठ सृजन प्रतियोगिता
★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★
प्रत्येक रविवार प्रातः 10 बजे C.M. Quiz
★☆★☆★☆★☆★☆★☆★☆★
क्रियेटिव मंच
Interesting Love Poem Shared.by You. Thanks A Lot For Sharing.
प्यार की कहानियाँ
एक टिप्पणी भेजें