दुनिया के दूसरे सफल ब्लोगर "समीर लाल" से मैंने बात की थी, और उनका साक्षात्कार किया था... जिसे मेरे अखबार ने उन्नीस नम्बर के पृष्ठ पर स्थान दिया था... यह इंटरव्यू मैंने छब्बीस नवम्बर २००८ को किया था...
गुरुवार, नवंबर 27, 2008
कुछ बातें...
उनसे बातचीत के दौरान मैंने ब्लॉग के बारे में काफी साड़ी बातें जानी! हो सकता है कुछ पाठक इसे पढने से रहे हों! पर मुझे यकीन है महोदय समीर ने इसे ज़रूर पढ़ा होगा और यह भी दावे से कह सकता हूँ कि मेरी इस पोस्टिंग को भी वो पढेंगे और अपने कमेंट्स रुपी फूल मुझ तक ज़रूर पहुंचाएंगे!
महोदय समीर का ब्लॉग वर्तमान में काफी चर्चित है और पांच हज़ार चार सौ सरसठ ब्लोग्स के मायने उनका ब्लॉग आज दूसरे नंबर पर है... उनका ब्लॉग यूआरएल http://udantashtari.blogspot.com/ है. मेरी इस पोस्टिंग को पढने वालों से मैं यही निवेदन करूंगा की महोदय का ब्लॉग विजिट करें और अपनी प्रतिक्रियाएं दें ...!!!
Writer रामकृष्ण गौतम पर गुरुवार, नवंबर 27, 2008 3 Responzes
गौर फरमाएं...
लोग अक्सर कविताओं को पढने की चीज़ मानते हैं, पढ़ते हैं और भूल जाते हैं, फिर एक नई कविता पढ़ते हैं और फिर भूल जाते हैं! यह कविता मुझे पढने लायक तो लगी ही पर साथ ही याद रखने लायक भी लगी रचनाकार किसी की ये रचना मुझे बेहतर लगी और मैंने झट ही इसे अपने ब्लॉग में समा बैठा..!!
गौर फरमाएं...
Writer रामकृष्ण गौतम पर गुरुवार, नवंबर 27, 2008 3 Responzes
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