मेरी साँसों में,
गुरुवार, जून 04, 2009
मैं कहाँ हूँ...?
उसने कहा मैं कहाँ हूँ..?
मैंने कहा मेरे दिल में,
मेरी साँसों में,
मेरी साँसों में,
मेरे जेहन में,
मेरी नस-नस में,
उसने कहा मैं कहाँ नही हूँ..?
मैंने कहा मेरी किस्मत में..!!
Writer रामकृष्ण गौतम पर गुरुवार, जून 04, 2009 2 Responzes
च्वाइस...
एक दिन हम दोनों साथ में एक होटल में खाने के लिए गए।
उसने मुझसे कहा आप आर्डर कीजिए।
मैंने कहा तुम आर्डर दो, मुझे आर्डर देना नहीं आता।
मेरी "च्वाइस" अच्छी नहीं है!!
उसने बड़े ही सहज भाव से उत्तर दिया-
मैं भी तो आपकी ही "च्वाइस" हूँ!!
उसने मुझसे कहा आप आर्डर कीजिए।
मैंने कहा तुम आर्डर दो, मुझे आर्डर देना नहीं आता।
मेरी "च्वाइस" अच्छी नहीं है!!
उसने बड़े ही सहज भाव से उत्तर दिया-
मैं भी तो आपकी ही "च्वाइस" हूँ!!
Writer रामकृष्ण गौतम पर गुरुवार, जून 04, 2009 5 Responzes
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