मैंने ज़माने के एक बीते दौर को देखा है,
दिल के सुकून और गलियों के शोर को देखा है,
मैं जानता हूँ की कैसे बदल जाते हैं इंसान अक्सर,
मैंने कई बार अपने अंदर किसी और को देखा है!!!
गुरुवार, अक्तूबर 22, 2009
दिल की बात...
लेबल: दिल की बात
Writer रामकृष्ण गौतम पर गुरुवार, अक्तूबर 22, 2009
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1 Responzes:
बिल्कुल सच .. सही अभिव्यक्ति !!
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