ऑनलाइन डायरी यानि ब्लॉग... यह एक ऐसा शब्द है जिससे अब तक लगभग सभी शिक्षित लोग वाकिफ हो चुके हैं। कुछ लोग इसे 'चिट्ठा' का नाम देते हैं तो कुछ कहते हैं 'ब्लॉग'... कोई कुछ भी कहे लेकिन मतलब एक ही निकलता है।
इसका उपयोग करने वाले या इसमें अपनी रचनाओं, भावनाओं, अभिव्यक्तियों, विचारों, आलेखों या तुकबंदियों का समावेश करने वाले महानुभावों को 'चिट्ठाकार' अथवा 'ब्लॉगर' कहते हैं। हालांकि क्या कहते हैं यह एक सामान्य सी बात है, लेकिन अब जब 'बिना कलम वाले कागज' की बात ही चल रहीं है तो 'कीबोर्ड लेखक' की बात करना भी उचित ही है। कई मायनों में कागज और कलम से हटकर अपने विचारों को एकत्रित करने का यह जरिया काफी कारगर हो चुका है।
चिट्ठाजगत, चिट्ठाजगत डॉट इन, नारद, हिंदी ब्लॉग्स डॉट कॉम, ब्लॉगवाणी, इंडिया स्फीयर हिंदी खंड आदि कुछ ऐसे ब्लॉग एग्रीगेटर हैं जिनसे ब्लॉग दुनिया का बगीचा गुलजार बना हुआ है। इसी क्रम में समीर लाल 'समीर', गिरीश बिल्लोरे 'मुकुल', अविनाश वाचस्पति 'मुन्नाभाई', नारदमुनि G, यशवंत जी (भड़ास ब्लॉग), ताऊ साब, महेंद्र मिश्र जी, अल्पना वर्मा जी, शीना जी, संगीता पुरी जी आदि के ब्लॉग, ब्लॉग बगीचे के वो मीठे फल हैं जिनसे पाठकों को शानदार रचनाओं को पढ़ने का स्वाद मिलता है।
इस तरह तमाम सबूतों (ब्लॉग) और गवाहों (ब्लॉगर्स व पाठक) को मद्देनजर यह कहा जा सकता है कि ब्लॉग और ब्लॉगर्स की दुनिया एक "'नई''दुनिया'" की तरह ही है या यकीनन कहा जा सकता है कि यह एक "'नई''दुनिया'" ही है।
गुरुवार, जनवरी 07, 2010
एक अद्भुत "'नई' 'दुनिया'"
लेबल: ब्लॉग दुनिया
Writer रामकृष्ण गौतम पर गुरुवार, जनवरी 07, 2010 4 Responzes
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