tag:blogger.com,1999:blog-4685140077821723853.post2428517516342948803..comments2023-11-05T15:51:23.269+05:30Comments on मौत भी शायराना चाहता हूँ..!: यह भी तो "प्यार" ही है न..!!!रामकृष्ण गौतमhttp://www.blogger.com/profile/00472122414824979028noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4685140077821723853.post-34339787234115153882009-07-18T14:47:27.103+05:302009-07-18T14:47:27.103+05:30प्रिय राम,
जिस संस्थान से तुम पढ़े हो वहां मैं भी ...प्रिय राम, <br />जिस संस्थान से तुम पढ़े हो वहां मैं भी पढ़ा करता था, बस तुमसे थोडा पहले वहां आ गया था. ज्ञान को भी मैं बखूबी जानता हूँ और तुम. तुम कभी पानी से हो जाते हो और कभी बर्फ से, तुम समझ सकते हो मैं क्या कहना चाहता हूँ. सहज होना बहुत कठिन है. है न! मुझे गर्व होता है मेरे अनुजों पर जो आज कितने भी व्यवसायिक हो जाएँ, लेकिन अपने व्यवसाय के बीच में अपने अग्रजों को याद रखते हैं. जहाँ तक बात है प्रेम की, तो हम सबका प्रेम एक-दुसरे के प्रति हमारा बीता हुआ वक़्त हमेशा याद दिलाता है. बस इस प्रेम को इसी तरह निरंतर बनाये रखो और बढाते रहो. जब कभी प्रेम की धरती सूखेगी, हम मुस्कुराकर बरसेंगे. ......ईश्वर से तुम्हारी उन्नति के लिए बहस जारी है, ताकि वो कोई पक्षपात न करे. <br /><br />तुम्हारा<br />चक्रेशChakreshhar Singh Suryahttps://www.blogger.com/profile/12204703667930335728noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4685140077821723853.post-3814745845470626392009-07-18T04:36:39.910+05:302009-07-18T04:36:39.910+05:30जी हा! यह भी प्यार है या यू कहे : यही प्यार है.जी हा! यह भी प्यार है या यू कहे : यही प्यार है.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4685140077821723853.post-40199322088216976762009-07-17T20:00:33.553+05:302009-07-17T20:00:33.553+05:30अच्छे और सच्चे दोस्त ऐसे ही होते हैं राम ..
मेरी ...अच्छे और सच्चे दोस्त ऐसे ही होते हैं राम ..<br /><br /><a href="http://meraapnajahaan.blogspot.com/2009/07/blog-post_17.html" rel="nofollow">मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति </a>अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com